झारखंड सरकार की चर्चित मंईयां सम्मान योजना इन दिनों सुर्खियों में है। वजह? हर महीने इस योजना से लगभग 15,000 महिलाएं बाहर हो रही हैं, वो भी बिना किसी गलती के! अगर आप भी मंईयां सम्मान योजना का लाभ लेने वाली महिला है, तो आपको भी यह जाना जरूरी है कि आखिर महिलाएं क्यों इस योजना से बाहर हो रही हैं।
क्या है मंईयां सम्मान योजना?
झारखंड सरकार द्वारा महिलाओं की आर्थिक सशक्तिकरण के लिए इस योजना को शुरू किया गया है। इसके तहत 18 से 50 वर्ष की गरीब और जरूरतमंद महिलाओं को हर महीने ₹2500 की सीधी मदद उनके बैंक खाते में भेजी जाती है। शुरुआत में ये राशि ₹1000 थी, जिसे बाद में बढ़ाकर ₹2500 किया गया।
हर महीने 15,000 महिलाएं योजना से बाहर क्यों हो रही हैं?
इस योजना की सबसे बड़ी शर्त है — आयु सीमा। जो महिलाएं 50 वर्ष की उम्र पार कर लेती हैं, उन्हें इस योजना से स्वतः बाहर कर दिया जाता है।
योजना से जुड़े पोर्टल पर हर महीने आयु सत्यापन किया जाता है, और जैसे ही कोई महिला 50 की होती है, उसका नाम डिलीट कर दिया जाता है। आंकड़ों के मुताबिक, हर महीने लगभग 15,000 से 17,000 महिलाएं सिर्फ उम्र के कारण योजना से बाहर हो रही हैं।
क्या बाहर हुई महिलाओं को अब कुछ नहीं मिलेगा?
नहीं, ऐसा बिल्कुल नहीं है। झारखंड सरकार ने इस पर भी पहले से योजना तैयार कर रखी है। जो महिलाएं 50 की उम्र पार कर रही हैं, उन्हें सर्वजन पेंशन योजना के तहत शिफ्ट किया जा रहा है। हालांकि इस योजना में ₹1000 प्रतिमाह ही मिलता है, लेकिन सरकार का दावा है कि “किसी भी महिला को बिना सहायता के नहीं छोड़ा जाएगा।”
राशि वितरण की स्थिति क्या है?
योजना के तहत मई महीने में 51 लाख से ज्यादा महिलाओं को ₹2500 की राशि भेजी गई थी, जो कि अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है।
जून महीने की राशि का आदेश जिलों को भेज दिया गया है और अगले कुछ दिनों में राशि लाभार्थियों के खातों में पहुंचने की संभावना है। साथ ही नवंबर तक के लिए ₹96 करोड़ से ज्यादा का बजट पहले ही जारी कर दिया गया है, जिससे यह साफ है कि सरकार इस योजना को लेकर गंभीर है।
कैसे जानें कि आप अभी भी लाभार्थी हैं या नहीं?
- आपके पास 18 से 50 वर्ष की आयु होनी चाहिए
- आपके पास अंत्योदय राशन कार्ड होना चाहिए
- बैंक खाता आधार से लिंक होना चाहिए
- बैंक खाते में ट्रांजैक्शन की स्थिति सक्रिय होनी चाहिए
अगर इनमें से कोई भी शर्त पूरी नहीं होती, तो आपको योजना से हटाया जा सकता है। बेहतर होगा कि समय-समय पर अपने ब्लॉक या पंचायत कार्यालय में जाकर योजना की स्थिति की जांच करते रहें।