मध्य प्रदेश सरकार ने ग्रामीण युवाओं को रोजगार देने और कृषि क्षेत्र में पारदर्शिता बढ़ाने के लिए ‘डिजिटल क्रॉप सर्वे योजना 2025’ की शुरुआत की है। इस योजना के तहत 8वीं पास युवाओं से खरीफ फसल की गिरदावरी के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। यह पहल किसानों को सरकारी योजनाओं का सही लाभ दिलाने के साथ-साथ युवाओं को स्थानीय स्तर पर रोजगार प्रदान करने का एक महत्वपूर्ण कदम है।
योजना का उद्देश्य
कृषि क्षेत्र में पारदर्शिता सुनिश्चित करने और सरकारी योजनाओं के सही क्रियान्वयन के लिए फसल गिरदावरी एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। पहले यह कार्य मैनुअल तरीके से होता था, जिससे गलतियों की संभावना रहती थी। अब सरकार ने इसे डिजिटल रूप में बदलने के लिए जिओ-फेंसिंग तकनीक का उपयोग शुरू किया है, जिससे खेत की वास्तविक स्थिति और बोई गई फसल का सही डेटा एकत्र किया जा सके। इससे किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना और MSP जैसी योजनाओं का सही लाभ मिल सकेगा।
पात्रता और आवेदन प्रक्रिया
- आयु सीमा: 18 से 40 वर्ष के बीच।
- शैक्षणिक योग्यता: कम से कम 8वीं पास।
- स्थानीयता: आवेदक संबंधित ग्राम या निकटतम ग्राम पंचायत का निवासी होना चाहिए।
- तकनीकी आवश्यकताएँ: स्मार्टफोन और इंटरनेट कनेक्टिविटी अनिवार्य।
आवेदन के लिए MP भूलेख पोर्टल पर आधार OTP के माध्यम से पंजीयन करना होगा। इसके बाद संबंधित पटवारी द्वारा ग्राम का आवंटन किया जाएगा, जहाँ युवा SaRa App के माध्यम से फसल सर्वेक्षण का कार्य करेंगे।
कार्य की प्रकृति और समयावधि
डिजिटल क्रॉप सर्वे का कार्य प्रत्येक सीजन में लगभग 45 दिनों का होता है। सर्वेयर को सर्वे नंबर स्तर पर खेत में जाकर फसल का फोटो लेना होता है और उसे समयबद्ध पोर्टल पर दर्ज करना होता है। इससे न केवल प्रक्रिया पारदर्शी बनती है, बल्कि किसानों को सही लाभ समय पर मिलना सुनिश्चित होता है।
पारिश्रमिक और भुगतान प्रक्रिया
फसल गिरदावरी कार्य के बदले सर्वेयर को निम्नलिखित दरों पर भुगतान किया जाएगा:
- प्रथम फसल: प्रति सर्वे नंबर 8 रुपये।
- प्रत्येक अतिरिक्त फसल: प्रति सर्वे नंबर 2 रुपये।
- अधिकतम भुगतान: प्रति सर्वे नंबर 14 रुपये तक।
यह भुगतान तहसीलदार द्वारा सत्यापन के बाद सर्वेयर के आधार लिंक्ड बैंक खाते में सीधे पोर्टल के माध्यम से किया जाएगा।
किसानों के लिए MP किसान एप की सुविधा
डिजिटल क्रॉप सर्वे किसान खुद भी अपनी फसल का कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें MP किसान एप गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करना होगा। लॉगिन प्रक्रिया इस प्रकार से है:
- अपना आधार से लिंक मोबाइल नंबर दर्ज करें।
- इसके बाद OTP से लॉगिन करें।
- खेत की जिओ-फेंसिंग के साथ फसल का फोटो खींचकर दर्ज करें।
- दावा/आपत्ति भी दर्ज करने की सुविधा उपलब्ध है।
यह सुविधा किसानों को स्व-घोषणा के अधिकार के साथ-साथ योजना में अधिक पारदर्शिता और भागीदारी प्रदान करती है।